मैदा खाने से हमारे शरीर में होने वाले दुष्प्रभाव
maida –
आज कल की भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में हम अपने शरीर का ज़्यादा ध्यान नहीं रख पाते है
जिसकी शुरुवात अक्सर हमारे गलत खान पान से ही होती है। सभी के पास समय की बहुत कमी है ऐसे में हमे जो भी खाना मिलता है वो हम बिना ज़्यादा सोचे खा लेते है हमे ये भी नहीं पता होता है की ऐसे खाने से हमारे शरीर पर कितना ख़राब असर पड़ता है। हम ज़्यादा नहीं सोचते की ये किस चीज़ से बना हुआ है। कितना नुकसान दायक है , या कितना हमारे शरीर के लिए अच्छा है। और इसमें सबसे पहले आता है फ़ास्ट फ़ूड और जंग फ़ूड जिसमे की मैदे का इस्तेमाल ज़्यादा किया जाता है और आज कल तो बिना मैदे के बहुत ही कम चीज़े ही बनती है। ज़्यादा तर फ़ास्ट फ़ूड में मैदा ही होता है। और मैदा हमारे सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक होता है।
मैदा हमारे शरीर के लिए नुकसान दायक क्यों है – maida
मैदे से जुडी कुछ ज़रूरी बाते- आज के इस पोस्ट में हम आपको ये बताएँगे की मैदा खाने से
आपके शरीर में क्या क्या नुकसान हो सकते है। और कौन कौन सी बीमारी को ये उत्पन्न करता है
बाजार में बिकने वाला 80 से 90 % बेकरी प्रोडक्ट्स सिर्फ मैदे से ही बना हुवा होता है। साथ ही मैदे से बनी हुई चीज़े जैसे – समोसा,ब्रेड,कुल्छे,भठूरे,पाव,बिस्किट्स,नूडल्स ऐसे बहुत से और भी फ़ूड है जिसमे मैदा शामिल होता है। साथ ही पिज़्ज़ा, बर्गर सभी में मैदे का भरपूर इस्तेमाल किया जाता है। जिसे हम बहुत ही मज़े से खाते है। इससे होने वाले नुकसान के बारे में हम नहीं जानते है।
मैदा और आटा दोनों ही गेहू से ही बनता है।
पर दोनों को बनाने का तरीका अलग अलग होता है।
और इनके जो नुकसान और फायदे है वो भी अलग अलग है। गेहू का आटा बनता है और आटा बनाने के समय गेहू की जो ऊपर की गोल्डन परत है वो डाइट्री फाइबर का एक बहुत अच्छा स्रोत होता है उसके साथ ही इसे पीस लिया जाता है और थोड़ा दरदरा सा पिसा जाता है। इस तरह से आटा तैयार किया जाता है। पर मैदा बनाने के समय गेहू की जो ऊपर की गोल्डन परत होती है उसे हटा दिया जाता है और अंदर का सफ़ेद पार्ट होता है उसे बहुत ही बारीक़ और पतला पीस किया जाता है। जिससे की ज़्यादा तर पोषक तत्व ख़त्म हो जाते है। वही गेहू में कोई भी विटामिन्स को नहीं निकाला जाता इसलिए इसमें – विटामिन B कॉम्प्लेक्स ,विटामिन E, विटामिन B 6, मिनरल्स,प्रोटीन,आयरन,फोलिक एसिड ये सभी बरक़रार रहते है। जो की हमारे शरीर के लिए बहुत ही ज़रूरी होते है।
मैदा से होने वाले नुकसान – maida
एक तरफ गेहू हमारे शरीर के लिए इतना फायदेमंद है
और दूसरी तरफ मैदा हमारे शरीर को काफी नुकसान देता है।
मैदा को बारीक़ पीसने के बाद उसमे कई तरह के केमिकल और ब्लीच का भी इस्तेमाल किया जाता है जिससे की इसकी चमक और सफेदी लम्बे समय तक बनी रहे।- मैदे से बनी खाने की चीज़ो को खाने से बहुत ही नुकसान पहुँचता है मैदा खाने के बाद हमारा शरीर इसे पूरी तरह से पचा नहीं पाता है। और मैदा हमारे आतो में चिपक जाता है। जो हमारे शरीर को बहुत से बीमारिया देने के लिए काफी होता है।
1 – कब्ज का बार बार होना (constipation) –
मैदा खाने से बार बार कब्ज से समस्या भी आती है –
जैसा की हमने पहले ही बताया है
की मैदा बनाने के लिए गेहू के ऊपर की ग्लोडन परत को निकाल दिया जाता है
जिसकी वजह से सारे प्रोटीन विटामिन्स और फाइबर निकल जाते है और मैदा एक चिकना और चिपकने वाला पदार्थ बन जाता है जिसकी वजह से मैदा खाने के बाद ठीक से पचता नहीं है और हमारी आतो में चिपक जाता है जो की आसानी से नहीं निकलता और बाद में हमे अपाचन की समस्या आ जाती है और ज़्यादा मैदा खाने से कब्ज हो जाता है।
2 – ब्लड शुगर का बढ़ाना-
मैदा खाने से आपके ब्लड में शुगर की मात्रा बहुत ज़्यादा बढ़ जाती है जो की फिर से नार्मल होने में काफी समय भी लगता है। जो लोग ज़्यादा मैदा खाते है उनको type 2 diabetes का खतरा अधिक होता है जब ब्लड शुगर बढ़ता है तो खून में ग्लूकोस जमने लगता है इससे आपको गठिया, हार्ट की बीमारिया, हो जाती है
3 – मोटापा बढ़ना –
आपको बता दे की maida से बनी चीज़ो को खाने से आपका मोटापा बढ़ने लगता है
शरीर में चर्बी जमने लगती हैं जो शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक होता है
ये मोटापा बढ़ने के बाद आसानी से कम नहीं होता है अमेरिका में 70 % लोग मोटापे से ग्रासित है और इसकी सबसे बड़ी वजह है फ़ास्ट फ़ूड और जंग फ़ूड जो की ज़्यादातर मैदे से ही बनाये जाते है और मोटापे का कारण बनते है।
4 – इम्यून सिस्टम का कमज़ोर होना –
मैदे का ज़्यादा सेवन करने से हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम कमज़ोर होने लगता है
जिसकी वजह से हम बार बार बीमार भी होने लगते है
मैदे में glutin होता है जो की हमारे भोजन की पोषक तत्वों को रुक देता है और शाखाओ में जाने नहीं देता है जिसकी वजह से हमे कई बार कामज़ोर इम्युनिटी का सामना करना पड़ता है।
5 – हड्डियों का कमज़ोर होना – maida
मैदा तब तैयार होता है
जब उसमे से सारे प्रोटीन निकल जाए तब मैदा तैयार हो जाता है
ऐसे में ये एक एसिडिक पदार्थ बन जाता है जो की हमारी हड्डियों से कैल्शियम को कम करता चला जाता है। इससे समय के साथ साथ हड्डिया कमज़ोर हो जाती है इसके बारे में लोगो को ज़्यादा पता नहीं होता है। क्युकी इसका असर धीरे-धीरे समय के साथ होता है।
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6 – फ़ूड एलर्जी –
मैदे में ग्लूटन पाया जाता है,
जिससे फ़ूड एलर्जी होने की संभावना हो जाती है।
ग्लूटन की वजह से ही मैदे में मुलायम टेक्सचर आता है इसकी वजह से ही कोई भी maida से बनी चीज़े ज़्यादा फूलती है। और नर्म भी बनती है।
7 – पेट से जुडी बीमारिया –
हमारे खाने में फाइबर का होना बहुत ही ज़रूरी होता है
क्युकी मेटाबॉलिज्म को अच्छा बनाये रखने के लिए हमारे फ़ूड में फाइबर की मात्रा का होना ज़रूरी होता है।
जब की maida में फाइबर नहीं होता है इसलिए मैदे से बनी हुई चीज़ो से कब्ज या पेट से जुडी बीमारिया होने लगती है।
8 – हार्ट की बीमारी –
मैदा खाने से हमारे ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है
जिसकी वजह से खून में ग्लूकोज जमने लगता है।
जिसकी वजह से हमारे शरीर में केमिकल रिएक्शन होने लगता है।
और हार्ट से जुडी बीमारी होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है जिसमे हार्ट स्ट्रोक भी शामिल है।
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9 – गठिया रोग –
जैसा की हमने आपको पहले भी बताया है की मैदा खाने से ज़रूरी विटामिन्स,कैल्शियम,और प्रोटीन हमारे शरीर के शाखाओ तक नहीं पहुंच पाता है। जिसमे कैल्शियम भी शामिल है – जिसकी वजह से हड्डियों तक कैल्शियम नहीं पहुंच पाता है। जिससे हड्डियों में कैल्शियम की कमी हो जाती है। और कैल्शियम की कमी के कारण बहुत से लोगो को गठिया रोग हो जाता है- गठिया रोग में हड्डी के जोड़ो में यूरिक एसिड जमने लगता है जिससे मरीज को बहुत तेज़ दर्द होता है और उस वजह पर सूजन हो जाता है जिसे गठिया रोग कहते है।
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10 – कैंसर की बीमारी -maida
जो लोग मैदे का अधिक सेवन करते है उन लोगो को अब सतर्क हो जाना चाहिए क्युकी अब कई शोध में पता किया जा चूका है की अधिक मैदे के सेवन से भी कैंसर जैसी बीमारी एक लम्बे समय के बाद उभर के सामने आ रही है। जैसे की – ब्रैस्ट कैंसर,कोलन कैंसर,और एंडोमेट्रियल कैंसर होने का ज़्यादा खतरा बढ़ जाता है।
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11 – केलेस्ट्रॉल –
बहुत ज़्यादा मात्रा में मैदे का सेवन करने से बहुत सारी परेशानी आने लगती है।
और इनमे से एक है हानिकारक केलेस्ट्रॉल (L.D.L) का अधिक बढ़ जाना।
इसके कारण वजन भी बढ़ने लगता है। हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत आती है और मूड स्विंग की भी शिकायत आती है।
12 – एसिडिटी की समस्या -maida
बहुत लम्बे समय तक मैदे का सेवन करने से एसिडिटी की भी समस्या आती है
मैदे को बनाते समय जिस क्रिया से गेहू को गुजरा जाता है
उस प्रोसेस में सभी पोषक तत्व नस्ट हो जाते है जिसके कारण इसकी तासीर एसिडिक हो जाती है जिससे समय के साथ साथ एसिडिटी की हमेशा समस्या बनी रहती है।
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