घमोरी ठीक करे इन 6 तरीको से
ghamoriya –
गर्मियों के मौसम में हमारे शरीर को ऐसी बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिससे की हमारे शरीर का बहुत प्रकार से नुकसान हो सकता है – जैसे की धुप से हमारी त्वचा जल जाती है, गर्मी के वजह से बहुत पसीना आता है जिससे बाद में खुजली हो जाती है।, एक्जिमा जैसे बीमारी का खतरा हो जाता है। हमारा शरीर डी हाईड्रेड हो जाता है।, और भी कई नुकसान हमारे शरीर को झेलना पड़ता है। और ऐसे ही इसमें से एक है घमोरियों का हो जाना।
घमोरिया के होने का कारण ? ghamoriya
गर्मियों के मौसम में हमारे शरीर पर पसीने और तेल की मात्रा बहुत बढ़ जाती है।
इसके साथ साथ गर्मी में होने वाली बीमारिया भी हो जाती है।
जैसे घमोरी (prickly heat) कहते है। घमोरिया बच्चो को ज़्यादा हो जाता है और कई बार तो बढ़ो को भी बहुत ज़्यादा हो जाता है ये बहुत ज़्यादा पसीने की वजह से होता है। गर्मियों में बहुत ही ज़्यादा बढ़ जाता है।
वजह –
बहुत अधिक पसीना आने की वजह से हमारी त्वचा में के छोटे-छोटे छेद बंद हो जाते है।
इसकी वजह से यही छोटे छोटे दाने के रूप में दिखाई देने लगते है।
और जब इन बंद ग्रंथियों में इन्फ्लेमेशन हो जाता है। (सूजन) हो जाती है। और जलन होने लगती है , तब हम इसे घमोरी कहते है। कभी कभी इन ghamoriya को खुजाने से इनमे घाव भी हो जाते है। जब इनमे संक्रमण कम होता है। तो ठन्डे पानी से नहाने के बाद अपने आप ही ठीक भी हो जाते है। पर कई बार सूजन और खुजली बहुत बढ़ जाती है। और इसका इलाज करना ज़रूरी हो जाता है।
बच्चो को ज़्यादा क्यों होता है घमोरिया ?
(1) सबसे ज़्यादा खुजली या घमोरिया छोटे बच्चो को हो जाती है,
और जो बच्चे स्कूल जाते है। उनको भी अधिक हो जाता है। दूध पीने वाले छोटे बच्चे का शरीर बहुत ही नर्म और नाजुक होता है इसलिए इनके शरीर पर जब भी हल्का सा भी पसीना आता है तो कई बार रेसेस भी पड़ना शुरू हो जाते है। और बाद में घमोरी का रूप ले लेती है इसलिए अपने बच्चो को हमेशा पसीने से बचा कर रखें या गिला न होने दे। (2) स्कूल जाने वाले बच्चे हमेश खेलते कूदते रहते है। उनका शरीर ज़्यादा एनर्जी से भरा हुवा होता है जिसे वो हमेशा अपने काम और खेल के दौरान इस्तेमाल करते है। जिससे ज़्यादा तर उनके शरीर में गर्मी और पसीना आता है जिससे के कारण ज़्यादा ghamoriya होती है।
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घमोरिया होने का और भी कई कारण हो सकते है। ghamoriya
घमोरिया गर्मियों के मौसम में ज़्यादा होते है।
तेज धुप में बहार जाना या कोई काम करने से बहुत ज़्यादा पसीना आता है।
जिसकी वजह से त्वचा की ग्रंथिया बंद होने लगती है। और ghamoriya हो जाती है। या हम बहुत ज़्यादा थका देने वाला काम करते है जिससे हमे ज़्यादा पसीना आता है। जिसके कारण शरीर हमेशा गिला बना रहता है और सुख नहीं पाता है। जिसकी वजह से त्वचा की ग्रंथिया जाम हो जाती है।
और घमोरी का कारण बनती है।
कई बार गर्मी के मौसम में लोग लाइलोन के कपडे पेहेनते है।
या कुछ ऐसे कपडे भी पेहेनते है जिससे शरीर को ज़्यादा हवा नहीं लगने देते है।
और शरीर का पसीना सूखने नहीं देते है। और शरीर को ठंडा नहीं होने देते है। इसलिए हमारे शरीर पर सारा पसीना जमा होने लगता है। और शरीर के ग्रंथियों को बंद कर देता है। गर्मी के दिनों में तेल या कोई भी क्रीम का उपयोग जो पसीने के साथ मिल कर त्वचा के ग्रंथियों को बंद करने का काम करती है। गर्मी के दिनों में कई दिनों तक न नहाना और गर्मी के दिनों में बुखार का होना ये भी एक कारण है जिससे शरीर पर ghamoriya हो जाती है।
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घमोरियों का इलाज
(1) गर्मियों के मौसम में हमेशा हलके, ढीले,और सूती के कपड़े को ही पहनना चाहिए। और हो सके तो ठन्डे व हवा दार कमरे में रहना चाहिए।
(2) नहाते समय हमेशा ठन्डे पानी का ही इस्तेमाल करे। और दिन में आप 2 बार भी नाहा सकते है जिससे की आपका शरीर ठंडा रहे और शरीर की ज़्यादा से ज़्यादा गर्मी बहार निकल जाए। नहाने के लिए हमेशा नीम के साबुन का उपयोग करना चाहिए नीम का साबुन एक एंटी सेप्टिक का काम करता है जिससे की घमोरिया कम हो जाती है, या अच्छा होगा की पानी में डिटोल डाल कर नहाये। (ghamoriya)
(3) टावल से अपने आपको को ज़्यादा न रगड़े जब घमोरिया हो तो
उन पर केलेड्रिल लोशन (CALADRYL LOTION) दिन में 2 से 3 बार लगाना चाहिए।
और अगर खुजली बहुत ज़्यादा हो गई है
तो लिवोसिट्रिजीन टेबलेट (LOVOCETIRIZINE TABLET) 3 से 4 दिन तक रोज़ एक एक ले सकते है।
(4) नहाने के बाद prickly heat पाउडर लगाने से भी घमोरियों में भी रहत मिलता है। कई बार गर्मियों में लोग साधारण खुसबू वाला पाउडर लगा लेते है और सोचते है की उनका घमोरी ठीक हो जायेगा पर ऐसा होता नहीं है। आपने कई बार देखा होगा साधारण पाउडर पसीने साथ मिल कर आपके त्वचा पर जम जाता है। इसकी वजह से पसीने की ग्रंथियों को बंद कर देता है। जिसकी वजह से घमोरी ठीक होने के बजाये और बढ़ने लगती है।
(5) गर्मी के दिनों में अपने शरीर पर हमेशा वाटर बेस्ड मॉइस्चरीज़र ही लगाना चाहिए।
(तेल वाले जितने भी मॉइस्चरीज़र या कोई क्रीम हो तो
उसे न लगाए ये भी पसीने की ग्रंथियों को बंद करती है।)
फुंसियों के बढ़ जाने पर
(6) कभी कभी घमोरियों को बहुत अधिक खुजाने से उनमे फुंसिया भी हो जाती है।
तो उनमे आप एंटी बायटिक क्रीम soframycin cream लगा सकते है।
अगर फोड़े फुंसिया ज़्यादा बढ़ जाये तो एंटी बायोटिक की दवाइयाँ भी खानी पढ़ सकती है।
मगर ये दवाइयों का इस्तेमाल बिना डॉक्टर से पूछे न खाये।
कुछ घरेलु नुस्खे जिससे घमोरिया ठीक होने लगती है।- ghamoriya
1 मुल्तानी मिट्टी – मुल्तानी मिट्टी में गुलाब जल मिला कर एक पेस्ट बना ले फिर इसे अपने घमोरी वाली जगह पर लगाए। इसे दिन में एक बार आप इस्तेमाल कर सकते है। मुल्तानी मिट्टी से हमारे शरीर को ठंडक प्रदान होता है
2 एलोवेरा – एलोवेरा के जेल को अपने घमोरियों पर लगाने से भी आपको बहुत रहत मिलेगी आपको एलोवेरा के जेल को कुछ देर तक लगा कर रखना होगा फिर 15 मिनट के बाद आप इसे ठन्डे पानी से धो ले।
3 नारियल – नारियल के तेल में पिसे हुई कपूर को मिला कर अपने घमोरियों पर लगाए और हलके हाथो से मालिश करे कुछ देर करने के बाद पानी से धो ले। आपको बहुत जल्दी ही घमोरियों से रहत मिलिगी।
4 तुलसी – तुलसी के पत्तो को पीस कर इसका पाउडर बना ले
फिर इस पाउडर में पानी मिला कर इसका एक पेस्ट बना ले
फिर इसे घमोरियों पर लगाए आपकी घमोरी जल्दी ही ठीक होने लगेगी।
5 नीम की पत्तियाँ – नीम की पत्तियों को पानी में डाल कर कुछ देर तक उबले फिर इस पानी को अपने नहाने वाले पानी में मिक्स कर ले, ऐसा करने से आपके शरीर पर और घमोरी वाले त्वचा पर जितने बैक्टीरिया है वो ख़त्म हो जाती है। और जितने भी आपको इंफेक्शन है वो दूर हो जाते है।
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